प्रेसवार्ता करते भाजपा सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा
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भाजपा ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी को कठघरे में खड़ा किया। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ऑपरेशन लोटस के आरोप को सीधे तौर पर खारिज करते हुए कहा कि केजरीवाल ने जेल जाने से पहले यह तय कर दिया था कि मनीष सिसोदिया, आतिशी, सौरभ भारद्वाज को आरोपी बनाकर पत्नी सुनीता के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ किया जाए। खाली पड़े रामलीला मैदान और तिहाड़ के सामने चंद लोगों के एकत्रित होने से साफ हो गया है कि आप का जनाधार खत्म हो गया है।
सचदेवा ने कहा कि भाजपा न कोई आपरेशन लोटस चलाती है और न चलाएगी। आप के नेता केजरीवाल के झूठ का खेल समझ गए हैं। यही वजह है पार्टी छोड़ने के लिए होड़ मची है। मंत्री अतिशी और सौरभ भारद्वाज दोनों तुरंत ऑपरेशन लोटस से जुड़े आरोप और सबूत सामने रखें। देर शाम तक मंत्री भाजपा से माफी नहीं मांगेंगे तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। झूठ बोलकर लोगों के अंदर भ्रम पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
ईमानदारी की होती तो तिहाड़ तक न जाती सवारी तुम्हारी : तिवारी
वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने शायराना अंदाज में कहा, ‘ईमानदारी की होती तो तिहाड़ तक न जाती सवारी तुम्हारी।’ दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को पूरी तरह से नकार दिया है। जब उन्हें सड़क के माध्यम से तिहाड़ ले जाया गया तो सड़के खाली थीं और जो लोग सड़क पर थे वे ताली बजा रहे थे। प्रदेश मीडिया प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आप के नेताओं के चेहरे और जुबान एक-दूसरे का साथ नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि जिस केजरीवाल को फायदे पहुंचाने के लिए शराब घोटाले तक में साथ दिया, वे खुद इन्हें भी जेल भेजने की तैयारी कर देंगे। इस मौके पर मीडिया रिलेशन विभाग प्रमुख विक्रम मित्तल भी उपस्थित रहे।
आप विधायकों में सुनीता केजरीवाल की स्वीकृति नहीं
भाजपा नेताओं ने कहा कि आप के विधायकों में सुनीता केजरीवाल के लिए स्वीकृति नहीं है। पार्टी के सभी महत्वपूर्ण नेताओं को संदेह के घेरे में डाल रहे हैं। पार्टी बौखलाई और घबराई हुई है। आतिशी और सौरभ का चेहरा व उनकी आवाज से साफ है कि दोनों निराश व हताश हैं। खुद को पार्टी का वफादार बता तो रहे हैं, लेकिन घबराहट और लड़खड़ाहट है। केजरीवाल जब सात दिन पहले कोर्ट पहुंचे तो उन्होंने सौरभ और आतिशी का नाम नहीं लिया, क्योंकि उस समय तक उन्हें इस बात का विश्वास था कि सुनीता को पार्टी अपना अगला मुख्यमंत्री स्वीकार कर लेगी, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के दावेदार आतिशी और सौरभ का नाम लेकर उनके भी जेल जाने का रास्ता साफ कर दिया।
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