You are currently viewing Sukhdev Singh Murder:कौन है नवीन शेखावत, जो हमलावरों को सुखदेव तक ले गया, जानिए क्या है मर्डर से उसका कनेक्शन – Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case Who Is Naveen Shekhawat Know All Details In Hindi

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case Who is Naveen Shekhawat Know All Details in Hindi

कौन है नवीन शेखावत
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए शूटर धोखे के साथ अंदर घुसे थे। गोगामेड़ी के सीने और सिर में गोलियां उतारने वाले शूटर जयपुर के कपड़ा व्यापारी के साथ शादी का कार्ड देने के बहाने घर गए थे। कपड़ा व्यापारी नवीन के बुआ के बेटे की शादी होनी थी, इसी का इन्विटेशन देने वो गोगामेड़ी के घर गया था। दोनों शूटर भी उसी के साथ ही दोस्त बनकर गए थे, लेकिन शूटरों ने जाते समय नवीन की भी हत्या कर डाली।

सबसे बड़ा सवाल है, शूटरों के गोगामेड़ी से मिलवाने ले गए नवीन को शूटरों ने गोली क्यों मारी? पुलिस अब नवीन के मोबाइल और कॉल डिटेल की जांच कर उनके बीच कनेक्शन की पड़ताल कर रही है। पड़ताल में यह भी सामने आया कि पंजाब पुलिस ने करीब आठ महीने पहले ही गोगामेड़ी पर हमले की साजिश का अलर्ट राजस्थान पुलिस को भेज दिया था। अलर्ट मिलने के बाद भी पुलिस की हमले को रोकने और गोगामेड़ी को सुरक्षा देने में लापरवाही रही। नवीन शेखावत के रिश्तेदार ने पहचान छिपाने की शर्त पर बताया कि नवीन सिंह शेखावत कोटपूतली के बोनावास गांव का रहने वाला था। उसका परिवार करीब 20 साल पहले गांव छोड़कर जयपुर में आ गया था। नवीन भी जयपुर में कपड़े का कारोबार करता था, वो अपने परिवार के साथ शाहपुरा में रहता था।

करणी सेना से जुड़ा था नवीन

नवीन शेखावत श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना से जुड़ा हुआ था। उसकी करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से पहले से जान पहचान थी। कई बार नवीन के रिश्तेदार और गांव में भी गोगामेड़ी कार्यक्रमों में शरीक होने गया था। अंदर घुसने से पहले गार्ड ने भी नवीन से पूछताछ की थी। तब नवीन ने गार्ड को बताया कि वो शादी का कार्ड देने के लिए आया है। नवीन सिंह की गोगामेड़ी से पुरानी पहचान होने के चलते गार्ड ने भी उन्हें अंदर जाने दिया।

कार्ड देते समय दो शूटर ने फायरिंग शुरू कर दी

मकान के ग्राउंड फ्लोर पर श्री राजपूत करणी सेना के ऑफिस में ही तीनों सोफे पर बैठ गए। सुखदेव सिंह इस दौरान वहीं बैठे थे। नवीन शादी का कार्ड देने के लिए सुखदेव सिंह के बिलकुल पास वाले सोफे पर बैठ गया। दोनों शूटर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के ठीक सामने वाले सोफे पर बैठे थे। करीब पांच मिनट से नवीन और गोगामेड़ी के बीच बातचीत चल रही थी। इस दौरान गोगामेड़ी अपने मोबाइल में कुछ देख रहे थे।

गोगामेड़ी का करीबी भी अपने मोबाइल में कुछ देखने में व्यस्त था। तभी पहले से तैयारी करके आए दोनों शूटर ने ऑटोमैटिक पिस्टल निकाली और सोफे से उठकर पहली गोली गोगामेड़ी को मारी। फिर दूसरी गोली नवीन को मारी। इसके बाद तिसरी गोली उन्होंने गोगामेड़ी के पास खड़े रिश्तेदार को भी मारी। इसके बाद शूटर ने गोगामेड़ी पर फिर से फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही गोगामेड़ी सोफे से नीचे गिर गए थे। इसके बाद एक शूटर ने वापस आकर गोगामेड़ी के सिर के पीछे से गोली मारी। फायरिंग के बाद दोनों शूटर वहां से भागने लगे।

गार्ड ने पुलिस को बताई हकीकत

पुलिस की पूछताछ में सिक्योरिटी गार्ड नरेंद्र ने कहा, नवीन शेखावत सुखदेव गोगामेड़ी से मिलने आया था, उसने गोगामेड़ी की किसी से फोन पर बात भी करवाई थी। उसके बाद सुखदेव गोगामेड़ी ने नवीन शेखावत को अंदर मिलने बुलाया, नवीन के साथ दो हमलावर भी अंदर गए, तभी हमलावरों ने नवीन और सुखदेव गोगामेड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। सुखदेव गोगामेड़ी के परिचित अजित को भी गोली मारी, बाहर निकलते समय हमलावरों ने गार्ड नरेंद्र पर भी फायरिंग कर दी थी।

स्कूटी सवार पर फायरिंग करके स्कूटी लूट कर ले गए

फायरिंग के बाद दो बदमाश भागते हुए एक गली से निकले और एक कार को रोककर लूटने का प्रयास किया। उसने ड्राइवर को पिस्तौल दिखाई तो ड्राइवर कार को भगा ले गया। इस दौरान पीछे से आ रहे स्कूटी सवार को बदमाशों ने निशाना बनाया। स्कूटी सवार को गोली मारकर घायल कर दिया और स्कूटी लेकर फरार हो गया। फायरिंग की सूचना मिलने के बाद श्याम नगर पुलिस मौके पर पहुंची।

नवीन के साथ धोखा हुआ या वो साजिश में शामिल था?

पुलिस नवीन सिंह के मोबाइल की जांच कर उसके शूटर के साथ कनेक्शन की जांच कर रही है। कहीं नवीन उनके साथ मिला तो नहीं था। ऐसा भी हो सकता है कि शूटर नवीन को गोगामेड़ी से मिलवाने के बहाने साथ गए और बाद में धोखे से नवीन और गोगामेड़ी को मार दिया। क्योंकि नवीन जिन शूटर को अपने साथ ले गया था, उन्होंने पहली गोली गोगामेड़ी को मारी और दूसरी गोली नवीन को मारी थी। पुलिस अब जांच कर रही है कि अगर नवीन उनके साथ मिला हुआ था तो उन्होंने नवीन को भी गोली क्यों मारी थी? बताया जा रहा है कि शूटरों ने गोगामेड़ी तक पहुंचने के लिए नवीन को हथियार बनाया, क्योंकि एक जगह नवीन वीडियो में एक शूटर का हाथ पकड़ते हुए रोकने का प्रयास करता भी दिख रहा है।

हत्या से पहले पी शराब

बदमाश स्कॉर्पियो (आरजे-14 टीई- 7037) से पहुंचे थे। गोगामेड़ी के घर के बाहर खड़ी बदमाशों की स्कॉर्पियो में पुलिस को एक बैग, शराब की बोतल और खाली ग्लास मिले हैं। एफएसएल टीम की मदद से फायरिंग वाली जगह से सबूत जुटाए गए हैं। पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए स्कॉर्पियो को लॉक कर खड़ा कर दिया है। स्कॉर्पियो जयपुर के झालाना आरटीओ ऑफिस से रजिस्टर्ड है। गाड़ी मालिक प्रदीप बताया जा रहा है। पुलिस गाड़ी मालिक के बारे में जानकारी जुटा रही है।

पांच हजार रुपये में किराए पर ली थी स्कॉर्पियो

पुलिस की शुरुआती जांच में आया कि नवीन ने 30 नवंबर को मालवीय नगर से रेंट पर गाड़ी देने वाले इमरान से पांच हजार रुपये किराए पर स्कॉर्पियो ली थी। पांच दिसंबर दोपहर 12:30 बजे तक नवीन स्कॉर्पियो लेकर अकेला घूमता नजर आया था। वैशाली नगर स्थित नर्सरी सर्किल के पास मह दो मिनट के लिए स्कॉर्पियो बंद हुई थी। इसके बाद दोबारा वहां से रवाना होकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर के बाहर रुकी थी। यह सब पुलिस को स्कॉर्पियो में लगे जीपीएस सिस्टम से पता चली।

पंजाब पुलिस ने गोगामेड़ी पर हमले का अलर्ट भेजा था

लॉरेंस विश्नोई गैग का गैंगस्टर संपत नेहरा पंजाब की भटिंडा जेल में बंद है। पंजाब पुलिस को जेल से सूचना मिली कि लॉरेंस विश्नोई गैंग गोगामेड़ी को मारने की साजिश बना रही है। पंजाब पुलिस ने यह सूचना मिलते ही राजस्थान पुलिस एंटी टेरिस्ट सेल को सूचना दी थी कि संपत नेहरा गोगामेड़ी को मरवाने के लिए एके-47 अरेंज करवा रहा है। इस पर राजस्थान आतंकवाद निरोधक दस्ता के डीआईजी अंशुमान भोमिया ने 14 मार्च को एसओजी को गोगामेड़ी पर हमले की साजिश का अलर्ट भेजा था। अलर्ट मिलने के बाद भी पुलिस की हमले को रोकने और गोगामेड़ी को सुरक्षा देने में लापरवाही रही।

नवीन के साथ धोखा हुआ या वो साजिश में शामिल था?

पुलिस नवीन सिंह के मोबाइल की जांच कर उसके शूटर के साथ कनेक्शन की जांच कर रही है। कहीं नवीन उनके साथ मिला तो नहीं था। ऐसा भी हो सकता है कि शूटर नवीन को गोगामेड़ी से मिलवाने के बहाने साथ गए और बाद में धोखे से नवीन और गोगामेड़ी को मार दिया। क्योंकि नवीन जिन शूटर को अपने साथ ले गया था। उन्होंने पहली गोली गोगामेड़ी को मारी और दूसरी गोली नवीन को मारी थी। पुलिस अब जांच कर रही है कि अगर नवीन उनके साथ मिला हुआ था तो उन्होंने नवीन को भी गोली क्यों मारी थी? बताया जा रहा है कि शूटरों ने गोगामेड़ी तक पहुंचने के लिए नवीन को हथियार बनाया, क्योंकि एक जगह नवीन वीडियो में एक शूटर का हाथ पकड़ते हुए रोकने का प्रयास करता भी दिख रहा है।

हत्या से पहले पी शराब

बदमाश स्कॉर्पियो (आरजे-14 टीई- 7037) से पहुंचे थे। गोगामेड़ी के घर के बाहर खड़ी बदमाशों की स्कॉर्पियो में पुलिस को एक बैग, शराब की बोतल और खाली ग्लास मिले हैं। एफएसएल टीम की मदद से फायरिंग वाली जगह से सबूत जुटाए गए हैं। पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए स्कॉर्पियो को लॉक कर खड़ा कर दिया है। स्कॉर्पियो जयपुर के झालाना आरटीओ ऑफिस से रजिस्टर्ड है। गाड़ी मालिक प्रदीप बताया जा रहा है। पुलिस गाड़ी मालिक के बारे में जानकारी जुटा रही है।

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के इरादे से ही शूटर उनके घर पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि गोली लगने से सोफे से फर्श पर गिरकर गोगामेड़ी अचेत हो गए। इसके बाद शूटर बाहर भागे, लेकिन पलभर बाद ही एक शूटर लौटा और गोगामेड़ी को नजदीक से गोली मारकर भाग गया। हमलावरों ने प्रतिबंधित कारतूस 9 एमएम काम में लिए, जो सुरक्षा एजेंसियां ही काम लेती है। मौके पर 9 एमएम कारतूस के 7 खोल मिले। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने 17 राउंड फायरिंग की।

निशांत ने बताया कि वह परिचित हेमराज के साथ स्कूटी से जा रहा था। दो युवक सामने आ गए और पिस्तौल से फायर कर दिया। इससे वह गिर गए और आरोपी स्कूटी लेकर भाग गए। गोगामेड़ी के घर पर घटना के समय मौजूद विक्रम सिंह ने बताया कि अंधाधुंध फायरिंग होने पर पहले लगा कि बाहर कोई पटाखा फोड़ रहा है। शूटर बाहर की तरफ भागे, तब अंदर आवाज सुनकर पहुंचे तो गोगामेड़ी खून से लथपथ पड़े थे। सामने से कुछ मजदूरों को बुलाकर उन्हें मेट्रो मास हॉस्पिटल पहुंचाया।

#Sukhdev #Singh #Murderकन #ह #नवन #शखवत #ज #हमलवर #क #सखदव #तक #ल #गय #जनए #कय #ह #मरडर #स #उसक #कनकशन #Sukhdev #Singh #Gogamedi #Murder #Case #Naveen #Shekhawat #Details #Hindi