Notes in Hindi – Indian Histroy – प्राचीन भारत – इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म
Notes in Hindi – Indian Histroy – प्राचीन भारत – इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म
History in Hindi
प्राचीन भारत (Ancient India)
इस्लाम धर्म
Notes in Hindi – Indian Histroy – प्राचीन भारत – इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म
इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहबsall0 थे ।
हजरत मुहम्मद साहब का जन्म 570 ई ० में मक्का में हुआ था ।
हजरत मुहम्मद साहब के पिता का नाम अब्दुल्ला और माता का नाम अमीना था ।
हजरत मुहम्मद साहब को 610 ई ० में मक्का के पास हीरा नामक गुफा में ज्ञान की प्राप्ति हुई ।
24 सितम्बर , 622 ई ०को पैगम्बर के मक्का से मदीना की यात्रा इस्लाम जगत में मुस्लिम संवत् ( हिजरी संवत् )के नाम से जाना जाता है ।
हजरत मुहम्मद साहब की शादी 25 वर्ष की अवस्था में खदीजा नामक विधवा के साथ हुई ।
मुहम्मद की पुत्री का नाम फातिमा एवं दामाद का नाम अली rzi0 है ।
देवदूत गैब्रियलने पैगम्बरमुहम्मद साहब को कुरान अरबी भाषामें संप्रेषित की ।
कुरान इस्लाम धर्म का पवित्र ग्रंथ है ।
पैगम्बर मुहम्मद साहब ने कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया ।
हजरत मुहम्मद साहब की मृत्यु 8 जून , 632 ई ० को हुई । इन्हें मदीना में दफनाया गया ।
मुहम्मद साहब की मृत्यु के बाद इस्लाम मुन्नी तथा शिया नामक दो पंथो में विभाजित हो गया ।
सुन्नी उन्हें कहते हैं जो सुन्ना में विश्वास करते हैं । सुन्ना पैगम्बर मुहम्मद साहब के कथना तथा कार्यों का विवरण है ।
शिया अली की शिक्षाओं में विश्वास करते हैं तथा उन्हें मुहम्मद साहब का न्यायसम्पत उत्तराधिकारी मानते हैं । अली मुहम्मद साहब के दामाद थे ।
अली की सन् 661 ई ० में हत्या कर दी गई । अली के पुत्र हुसैन की हत्या 680 ई ० में कर्बला ( ईराक ) नामक स्थान पर कर दी गई । इन दोनों हत्या ने शिया को निश्चित मत का रूप दे दिया ।
पैगम्बर मुहम्मद साहव के उत्तराधिकारी ‘ खलीफा ‘ कहलाए ।
इस्लाम जगत में खलीफा पद 1924 ई ० तक रहा । 1924 ई ० में इसे तुर्की के शासक मुस्तफा कमालपाशा ने समाप्त कर दिया ।
इबने ईशाक ने सर्वप्रथम पैगम्बर साहब का जीवन चरित लिखा ।
मुहम्मद साहब पैगम्बर के जन्म – दिन पर ईद ए मिलाद उन नबी पर्वमनाया जाता है ।
Notes in Hindi – Indian Histroy – प्राचीन भारत – इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म
ईसा मसीह का जन्म जेरुसेलम के निकट बैथलेहम नामक स्थान पर हुआ था ।
ईसा के जन्म दिवस को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है ।
ईसा मसीह के माता का नाम मेरी है ।
ईसा ने अपने जीवन के प्रथम 30 वर्ष एक बढ़ई के रूप में बैथलेहम के निकट नाजरेथ में बिताए ।
ईसा मसीह के प्रथम दो शिष्य थे — एंडूस एवं पीटर |
ईसा मसीह को सूली पर रोमन गवर्नर पोंटियस ने चढ़ाया ।
ईसा मसीह को 33 ई ० में सूली पर चढ़ाया गया ।
ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिह्न क्रॉस है ।
ईसाई त्रित्व में विश्वास रखते है , वे हैं – ईश्वर पिता , ईश्वर पुत्र ( ईसा ) . ईश्वर – पवित्र आत्मा
पारसी धर्म
पारसी धर्म के पैगम्बर जरथुस्त्र ( ईरानी ) थे , इनके शिक्षाओं का संकलन जेन्द अवेस्ता नामक ग्रंथजो पारसियों का धार्मिक ग्रंथ है । इनकी मूल शिक्षा का सूत्र है : सद् – विचार , सद – वचन तथा सद् कार्य ।इसके अनुयायी एक ईश्वर ‘ अहुर ‘ को मानते हैं । इस धर्म के अनुयाईयों को ‘ अग्नि पूजक ‘ भी कहा जाता है ।
Notes in Hindi – Indian Histroy – प्राचीन भारत – इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म