Computer Notes in Hindi – Classification of Computer
Computer Notes in Hindi – Classification of Computer
Sarkari All Exams Portal – कंप्यूटर नोट्स (Prepared By – Taju Deen Sir)
कम्प्यूटर नोट्स – कम्प्युटर का वर्गीकरण
@ कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो डेटा लेता है (इनपुट) और उस पर प्रक्रिया (processing) करके एक अर्थ पूर्ण परिणाम (सुचना) देता (आउटपुट) है।
@ कंप्यूटर को हिंदी भाषा में अभिकल यंत्र (programmable machine) कहते है, इसके अन्य नाम संगणक व परिकलक हैं।
@ कम्प्यूटर दिए गये गणितीय (numeric) तथा तार्किक संक्रियाओं ( logical data ) (ALU Arithmetic & Logic Unit) को क्रम से स्वचालित रूप से करने में पुर्णतः सक्षम है।
@ कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2 दिसंबर को मनाया जाता है|
ü कम्प्यूटर जो डेटा लेता है उसे हम input data बोलते है और इस डेटा पे प्रोसेसिंग कर के जो परिणाम वापस देता है उसे output data बोलते है।
कम्प्युटर का वर्गीकरण
हार्डवेयर के आधार पर
1. प्रथम पीढ़ी (1942-55)
@ इस जनरेशन के कम्प्युटर में मुख्य यूनिट के तौर पर डायोड वाल्व निर्वात ट्यूब का प्रयोग किया गया। इसे डायोड कहा गया। प्रथम इलेक्ट्रानिक कम्प्युटर (ई. एन. आई. ए. सी.) (एनिऐक (ENIAC) इलेक्ट्रौनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर) प्रथम पीढ़ी का कम्प्युटर है। एनिऐक (ENIAC) ही पहला कंप्यूटर के रूप में जाना जाता है |
@ पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर – ENIAC प्रेस्पर एकर्ट & जॉन मोशले ने बनाया था |
@ पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर यूनीवैक I (यूनिवर्सल ऑटोमेटिक कंप्यूटर) UNIVAC I था |
2. द्वितिय पीढ़ी (1955-64)
@ इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में मुख्य तार्किक उपकरण वैक्यूम ट्युब के स्थान पर ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया।
@ ट्रांजिस्टर का आविष्कार विलियम शॉकले (1947) ने किया था |
@ ट्रांजिस्टर अर्धचालक पदार्थ के संयोजन से बनता है – अर्धचालक पदार्थ के उदाहरण – सिलिकॉन , जर्मेनियम, आर्सेनिक आदि है|
@ मेमोरी के लिए मैग्नेटिक ड्रम के स्थान पर मैग्नेटिक कोर का प्रयोग हुआ।
@ IBM-1401 दूसरी पीढ़ी का कम्प्यूटर है|
3. तृतीय पीढ़ी(1964-75)
@ इस पीढ़ी के कम्प्युटरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के रूप में ट्रांजिस्टर के स्थान पर आई. सी. (इंटिग्रेटेड सर्किट (माइक्रोचिप) ) का उपयोग किया गया।
@ एक आई. सी. में ट्रांजिस्टर, रेजिस्टर, कैपेसिटर तीनों ही समाहित हो गए, जिससे कम्प्युटर का आकार अत्यंत छोटा होता गया।
@ आई. सी. के कारण मल्टी प्रोग्रामिंग व मल्टी प्रोसेसिंग का प्रयोग कंप्यूटर में तीसरी पीढ़ी में शुरू हुआ था |
@ जैक सेंट. क्लेयर किल्बी और रॉबर्ट नोयस ने इंटिग्रेटेड सर्किट (माइक्रोचिप) की खोज की थी|
4. चतुर्थ पीढ़ी(1975-89)
@ इस पीढ़ी में लार्ज स्केल आई. सी. (LSIC) बनाना सम्भव हुआ।
@ एक छोटे से चिप में लाखों ट्रांजिस्टर समा गये, आकार में कमी आयी।
@ इस चिप को माइक्रोप्रोसेसर नाम दिया गया।
5. पांचवी पीढ़ी(1989 से अब तक)
@ ULSI (Ultar Large Scale Integration) के विकास से कम्प्युटर की कार्यक्षमता में और वृद्धि हुई।
@ आप्टिकल डिस्क का विकास हुआ।
@ इस पिढ़ी के कम्प्युटर में स्वंय सोचने की क्षमता पैदा की जा रही है, जिसे आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) के नाम से जाना जाता है ।
इस पीढ़ी के कुछ गुण हम आजकल उपकरणों में काम लेते है जैसे- फिंगर प्रिंट , रोबोट , आवाज द्वारा इनपुट देना आदि |