चंपई सोरेन।
– फोटो : ANI
विस्तार
झारखंड की चंपई सोरेन सरकार के लिए आज यानी सोमवार का दिन बहुत बड़ा है। वे आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के जरिए अपना बहुमत साबित कर सकते हैं। इससे पहले, विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने के लिए हैदराबाद के रिजॉर्ट में रोके गए गठबंधन सरकार के विधायक वापस रांची लौट आए हैं। इन विधायकों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के विधायक शामिल हैं। हेमंक सोरेन की गिरफ्तारी और चंपई सोरेन द्वारा सीएम पद की शपथ लेने के बाद इन विधायकों को तेलंगाना भेज दिया गया था। झामुमो ने तब भाजपा पर खरीद-फरोख्त के जरिए विधायकों को दल बदलवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
दो दिवसीय विशेष सत्र आज से
गौरतलब है कि आज यानी सोमवार से झारखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र भी शुरू हो रहा है। सोमवार और मंगलवार को चलने वाले इस सत्र में चंपई सरकार बहुमत साबित करेगी।
तीन दिनों से हैदराबाद के रिजॉर्ट में थे विधायक
दरअसल, जेएमएम नीत गठबंधन के करीब 40 विधायक दो फरवरी को दो उड़ानों से हैदराबाद पहुंचे थे। आशंका जताई गई थी कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली नई सरकार के विश्वास मत से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश कर सकती है। अब विधानसभा में विश्वास मत से एक दिन पहले रविवार को रांची के लिए रवाना हुए और देर रात राज्य की राजधानी पहुंचे। विधायक पिछले तीन दिनों से यहां एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए थे।
फ्लोर टेस्ट के जरिए बहुमत साबित करेगी चंपई सरकार
सीएम के रूप में चंपई सोरेन द्वारा दो फरवरी को शपथ लेने के बाद उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था। हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता आलमगीर आलम ने कहा था कि सरकार पांच फरवरी को ही विशेष सत्र के दौरान बहुमत साबित कर देगी। उन्होंने कहा था कि हम इस अवधि के दौरान कोई जोखिम नहीं ले सकते, क्योंकि भाजपा हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है।
फ्लोर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं पूर्व सीएम हेमंत
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी 5 फरवरी को विधानसभा में होने वाले बहुमत परीक्षण (फ्लोर टेस्ट) में शामिल हो सकते हैं। रांची की पीएमएलए कोर्ट इसकी इजाजत दे चुकी है। हेमंत सोरेन को ईडी ने बीती 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। वहीं, दूसरी ओर झारखंड हाईकोर्ट भी हेमंत सोरेन की याचिका पर आज सुनवाई करेगी। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी की कार्रवाई को चुनौती दी है।
ये है झारखंड विधानसभा का गणित
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए चंपई सोरेन को 41 विधायकों का समर्थन हासिल करना होगा। वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार का दावा है कि उसके पास 46 विधायकों से ज्यादा का समर्थन है। बता दें कि झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में एक सीट रिक्त है। ऐसे में 80 सीटों के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है।
कौन हैं चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन झारखंड विधानसभा के सदस्य हैं। वर्तमान में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी से सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक हैं। कैबिनेट मंत्री के रूप वह हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
#Floor #Test #Jharkhand #Champai #Soren #Government #Today #News #Updates #Amar #Ujala #Hindi #News #Live