नागणेची मंदिर प्रांगण में भजनों की प्रस्तुति
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
रियासत कालीन परंपरा के अनुसार बीकानेर में शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज ने देर रात नागणेची मंदिर प्रांगण में भजनों की प्रस्तुति देते हुए माता रानी के चरणों में इत्र और गुलालअर्पित कर मां से होली खेलने की अनुमति मांगी। इसके बाद शाकद्विपीय समाज ने देर रात पारंपरिक गेर निकालकर शहर में होली का आगाज किया।
भाई बन्धु ट्रस्ट महामंत्री नितिन वत्स ने बताया कि माता नागणेची के प्रांगण में शाकद्वीपीय समाज ने शाम ढलते ही भजनों के साथ माता के चरणों में धोक लगाई और भजनों की प्रस्तुति देकर नागणेची माता से बीकानेर शहर में होली खेलने की अनुमति देने की अरदास की। उसके बाद मंदिर प्रांगण में सभी भक्तों को गुलाल का टीका लगाकर और गुलाल उछालकर बीकानेर शहर में होलिका का आगाज किया। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा के बाद शहर में होली का आगाज हो गया। आज से होलाष्टक शुरू होने के बाद शहरी और ग्रामीण इलाकों में होली की मस्ती शुरू हो जाएगी, जो धुलंडी तक चलेगी।
#Rajasthan #News #Permission #Nagnechi #Mata #Play #Phag #Fun #Phag #Festival #Started #Amar #Ujala #Hindi #News #Live