मृतक सचिन शर्मा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बीते दिनों गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से जयपुर के एसएमएस अस्पताल में बसवा के सचिन शर्मा की मौत हो गई थी। परिवार की माली हालत इतनी खस्ता थी कि गांव वालों ने परिवार की मदद करते हुए एंबुलेंस के पैसे दिए और मृतक के अंतिम संस्कार का इंतजाम किया।
सरकार से लगातार आर्थिक सहायता की मांग किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से गांव वालों और अन्य सामाजिक लोगों ने व्हाट्स एप पर मुहिम चलाकर छोटी-छोटी सहायता इकट्ठी कर परिवार को आर्थिक सहायता दी। मौत के 15 दिन बाद भी सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिलने पर सचिन के ताऊ और उसकी बहन ने पानी की टंकी पर चढ़कर न्याय की गुहार लगाई। जिसके चलते आनन-फानन में प्रशासन की आंख खुली और कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी।
मामले में विचारणीय बात यह है कि एक तो पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मिलने में लेटलतीफी की गई उस पर भी यह सहायता राशि सड़क हादसा बताकर जारी की गई, जबकि युवक की मौत की असली वजह गलत खून चढ़ाया जाना थी।
सरकार द्वारा दी गई 5 लाख की मुआवजा राशि और हादसे की वजह सड़क हादसा बताई जाना देखकर विपक्ष हमलावर हो गया है। जिसके चलते बांदीकुई नगर पालिका वाइस चेयरमैन राजेश शर्मा ने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर हमला बोला है। उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए अब सचिन शर्मा की मौत को सड़क हादसे का रंग दे रही है, जो गलत है।
सचिन शर्मा की मौत के बाद कांग्रेस ने पहले से ही सरकार को घेर रखा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने तो ट्विटर वॉल के माध्यम से भजनलाल सरकार को घेरते हुए सचिन शर्मा के परिवार को 50 लाख रुपए तथा सरकारी नौकरी की मांग भी कर डाली है। अब सचिन की मौत पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से सड़क हादसे के नाम पर सहायता दिए जाने ने कांग्रेस के हाथ और मजबूत कर दिए हैं। कमजोर कड़ी की तलाश में बैठी कांग्रेस अब सरकार से परिवार की सहायता के तौर पर 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
#Rajasthan #News #Death #Occurred #Due #Wrong #Blood #Transfusion #Assistance #Pretending #Accident #Amar #Ujala #Hindi #News #Live