Science and Technology – Space Technology and Satellite Part – 1

Science and Technology - Space Technology and Satellite Part - 1

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी (Space Technology)

* सामान्य परिचय

* भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

* सेटेलाईट एवं इसकी संरचना

* उपग्रह प्रक्षेपण यान (Sattelite Lounding Vehicle)

* विभिन्न कक्षाएँ / orbits

* विभिन्न उपग्रह /Sattelites → दूरसंचार उपग्रह, नेविगेशन सेटेलाईट रिमोट सेंसिंग सेटेलाईट, अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम / space exploration Programmes

* वैश्विक अंतरिक्ष कार्यक्रम 

* विविध / Misc.

सामान्य परिचय / general introduction :

“H.G. वेल्स ने सर्वप्रथम अंतरिक्ष की परिभाषा देते हुए बताया कि पृथ्वी के वायुमंडल की बाहरी परतों से प्रारंभ होने वाला वह रिक्त स्थान जहाँ अन्य आकाशीय पिण्ड, प्लाज़्मा अवस्था में हाइड्रोजन तथा विद्युत चुंबकीय विकिरणें (Electro magnetic Radiation) पाई जाती हैं, अंतरिक्ष कहलाता है।

कारमन” के अनुसार पृथ्वी के समुद्री तल से 62 मील / mile  या 100 किमी.  के बाद अंतरिक्ष प्रारंभ हो जाता है। इस सीमा / रेखा / line को “कारमन रेखा” भी कहते हैं। (नासा के अनुसार अंतरिक्ष 80km. के बाद प्रारंभ)

अंतरिक्ष अन्वेषण (space exploration) हमेशा से मानव जिसासा / Human curosity) का विषय रहा है इसलिए समय पर मानव ने 2 प्रकार से अंतरिक्ष को जानने की कोशिश की है:

  1. पृथ्वी की सतह से – > टेलीस्कोप की सहायता से |

2.  अंतरिक्ष में उपग्रह या सेटेलाईट्स के द्वारा मानव मिशन, चंद्रयान, मंगलयान, स्पेस प्रोब स्पेस काफ्ट [लैण्डर, ऑर्बिटर, शेवर आदि]

अंतरिक्ष घटनाक्रम

*1947 – USA ने सर्वप्रथम “V2, रॉकेट” की सहायता से अंतरिक्ष में मक्खियों / Fly को भेजा।

*1957 – “स्पूतनिक – I ” : सोवियत रूस द्वारा प्रथम मानव निर्मित उपग्रह छोड़ा गया।

स्पुतनिक II –  प्रथम जन्तु “लाईका ” (मादा कुत्ता) पृथ्वी की कक्षा में पहुँची।

*1961 : “यूरी गागरिन’ : अंतरिक्ष में जाने वाले प्रथम मनुष्य (सोवियत रूस)

“वोस्टोक” यान में गए तथा लगभग 108 मिनट अंतरिक्ष में बिताए ।

* 1969 ÷ चंद्रमा की सतह पर प्रथम बार मनुष्य पहुँचे।

“नील आर्मस्ट्रांग” इनके 2 अन्य यात्री ” बज़ एल्ड्रिन एवं माइकल कोलिन्स” भी गए।

 यान : अपोलो ||

* 1971 : ” प्रथम अंतरिक्ष स्टेशन ” सोवियत रूस के द्वारा स्थापित, जिस पर “सोयुज” यान को भेजा गया लेकिन इसमें गए अंतरिक्ष यात्री इसी यान में मर गए।

*1969 : ISRO की स्थापना।

* 1975 : “आर्यभट्ट भारत का प्रथम उपग्रह जिसे सोवियत रूस के द्वारा छोड़ा गया।

* 1981 : स्पेस शटल कार्यक्रम USA का कार्यक्रम जो 2011 में पूरा हुआ।

इसके तहत कोलंबिया, डिस्कवरी, अटलांटिस जैसे यानों के द्वारा मानव अंतरिक्ष मिशन पूरे किए गए।

*1990: प्रथम अंतरिक्ष टेलीस्कोप / Space Telescope ” हब्बल टेलीस्कोप” को NASA के द्वारा LEO (low earth orbit) निम्न भू-कक्षा में स्थापित किया गया।

*2000: ” अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन / ISS को LE0 में स्थापित किया, इसमें USA (NASA), रूस (ROSCOSMOS), कनाडा (CSA), यूरोपियन यूनियन (EU) तथा जापान (JAXA) का योगदान है|

*2006 –  बाहरी ग्रहों (outer planets) जैसे प्लूटो, बृहस्पति (ज्यूपिटर) आदि का अध्ययन करने के लिए NASA के द्वारा “न्यू फ्रंटियर प्रोग्राम “ प्रारम्भ किया गया, जिसके तहत 2006 में “न्यू होराइजॉन्स ” को प्लूटो का अध्ययन करने डे प्रक्षेपित किया गया। ये 2015 में प्लूटो की कक्षा में पहुँचा।

*इसी न्यू फ्रंटियर प्रोग्राम के तहत बृहस्पति / Jupiter का अध्ययन करने हेतु “जूनो” भेजा गया जो कि 2016 में बृहस्पति की कक्षा में पहुँचा।

– इसी कार्यक्रम से हमें सौर मण्डल की अंतिम का हाइड्रोजन से बना होना ये पता चला | (2018)

* 2013 : इसरो का मंगलयान (Mars Orbiter Mission) तथा NASA का मावेन ( MAVEN) यान मंगल का अध्ययन करने हेतु प्रक्षेपित किए गए जो कि सितंबर 2014 में मंगल की कक्षा में पहुँचे।

* 2018 – NASA के द्वारा सूर्य का अध्ययन करने हेतु ” पार्कर सोलर प्रोब ” को भेजा गया।

* 2019 –  अप्रैल में “कैटी बॉमेन’ के नेतृत्व में M-87 गैलेक्सी में उपस्थित “ब्लैक हॉल” की तस्वीरें जारी की।

* 2019 : अक्टूबर में हवाई द्वीप पर स्थित “मोनाकिया” ज्वालामुखी पर लगाए गए “सुबारु टेलीस्कोप” की सहायता से शनि / Saturn के 20 नए उपग्रह (Sattelites) खोजे गए।