10:26 AM, 28-Nov-2023
परिजनों ने शुरू की तैयारी
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | The relatives of the 41 trapped workers have been asked to be prepared and keep the clothes and bags of the workers ready. The workers will be taken to Chinyalisaur hospital after being rescued and brought out.
— ANI (@ANI) November 28, 2023
10:16 AM, 28-Nov-2023
सुरंग के बाहर बढ़ी हलचल
जैसे-जैसे टीम मजदूरों के नजदीक पहुंच रही है वैसे-वैसे सुरंग के बाहर हलचल भी बढ़ गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह भी सिलक्यारा पहुंचे हैं। वह मैन्युअल ड्रिलिंग का जायजा लेने के लिए सुरंग के अंदर गए हैं।
10:15 AM, 28-Nov-2023
52 मीटर तक तैयार हुआ एस्केप पैसेज
#WATCH | Uttarakashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, “Almost 52 metres has been done (pipe inserted). It is expected that there will be a breakthrough around 57 metres. 1 metre of the piple was pushed in before me, if 2 metres more of it is pushed in it… pic.twitter.com/cwVSYLtp8x
— ANI (@ANI) November 28, 2023
09:46 AM, 28-Nov-2023
सीएम धामी ने ली बचाव अभियान की जानकारी
उन्होंने कहा कि जल्दी मजदूरों को निकालने की उम्मीद है। सुरंग के अंदर मैन्युअल ड्रिलिंग में तेजी है। 57 मीटर तक ड्रिलिंग होनी है। 57 मीटर की दूरी पर सुरंग में पहुंचेंगे। सीएम धामी ने बचाव अभियान की जानकारी ली।
09:40 AM, 28-Nov-2023
‘सुरंग में सब ठीक है, जल्द मजदूरों को निकाल लिया जाएगा’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फिर से रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी है। सीमेंट को अभी काटा जा रहा है। सुरंग में सब ठीक है, जल्द मजदूरों को निकाल लिया जाएगा। 52 मीटर अंदर जा चुके हैं, ज्यादा दिक्कत नहीं है। बड़ी बाधाएं दूर कर ली गई हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Visuals from the Silkyara tunnel where the operation to rescue 41 workers is ongoing.
Manual drilling is going on inside the rescue tunnel and auger machine is being used for pushing the pipe. As per the last update, about 2… pic.twitter.com/26hw32fChI
— ANI (@ANI) November 28, 2023
09:07 AM, 28-Nov-2023
वर्टिकल ड्रिलिंग 40 और पांच मीटर हुई मैन्युअल ड्रिलिंग
आज सुबह तक सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग 40 मीटर तक हो गई है। वहीं सुरंग के अंदर मैन्युअल ड्रिलिंग भी पांच मीटर तक पूरी कर ली गई है। वर्टिकल ड्रिलिंग अभी 46 मीटर और शेष है। वहीं मैन्युअल ड्रिलिंग सात मीटर और होना बाकी है। कोई अड़चन नहीं आई तो रेस्क्यू ऑपरेशन आज पूरा हो सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंचे हुए हैं, जिनके आज सिलक्यारा पहुंचने की सूचना है।
07:56 AM, 28-Nov-2023
पानी से सुरंग पर बनी भोलेनाथ की आकृति
सुरंग के मुहाने पर सोमवार को पानी के रिसाव से एक आकृति बनी। स्थानीय लोगों ने इसे शिव की आकृति बताया। लोगों का कहना है कि सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों की रक्षा करने के लिए स्वयं शिव आ गए हैं, अब उन्हें कुछ नहीं होगा।
07:52 AM, 28-Nov-2023
इन चार प्लान पर हो रहा काम
सुरंग के दूसरे छोर पर
- यहां टीएचडीसी सुरंग के भीतर माइक्रो टनल बना रहा है, जिसका अभी तक केवल 12 मीटर हिस्सा बना है, जबकि सुरंग के ऊपर ओएनजीसी 324 मीटर वर्टिकल ड्रिल करेगा, जिसकी मशीन पहुंचाने के लिए सड़क पूरी नहीं हो पाई है। अभी तक पांच में से केवल 1.2 किमी तक ही सड़क बन पाई है।
सिलक्यारा छोर के ऊपर
- सिलक्यारा छोर के ऊपर एसजेवीएन 1.2 मीटर व्यास की ड्रिल कर रहा है। खबर लिखे जाने तक 36 मीटर ड्रिल हो चुकी थी। अब 50 मीटर का सफर तय करता है, जिसमें करीब 100 घंटे का समय लग सकता है। लिहाजा, यहां 30 नवंबर तक कामयाबी मिल सकती है।
सिलक्यारा छोर के बराबर
- यहां से ड्रिफ्ट टनल बनाने का प्लान तैयार हो चुका है, जिस पर काम शुरू होने वाला है। अगर यह टनल बनती है तो इससे अपेक्षाकृत कम समय में मजदूरों तक पहुंच बन सकती है।
मैन्युअल खोदाई
- श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए छह सदस्यीय रैट माइनर्स की टीम भी पहुंची है। सोमवार शाम सात बजे सेना की मदद से टीम ने हाथ से खोदाई शुरू कर दी। अब तक एक मीटर पाइप आगे बढ़ाया जा चुका है।
07:50 AM, 28-Nov-2023
उत्तरकाशी में आज भी बारिश का अलर्ट
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की और गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है। 3500 मीटर के अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी होने की संभावना है।
07:49 AM, 28-Nov-2023
बड़कोट साइड से तैयार हुई 12 मीटर की माइक्रो टनल
बड़कोट साइड से छह ब्लास्ट से 12 मीटर की माइक्रो टनल तैयार हुई है। ब्लास्टिंग से कमजोर चट्टानों के गिरने का खतरा बना हुआ है। यहां शॉटक्रिटिंग कर चट्टान को थामा जा रहा है।
07:48 AM, 28-Nov-2023
36 मीटर तक पूरी हुई वर्टिकल ड्रिलिंग
वर्टिकल ड्रिलिंग 36 मीटर तक हो गई है। अभी 50 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग की जानी है। लेकिन, वर्टिकल ड्रिलिंग में लोहे के गार्टर को भेदना आसान नहीं होगा। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों ने भी इसे बड़ी चुनौती बताया है।
07:46 AM, 28-Nov-2023
रोबोटिक्स सिस्टम से पता चलेगी श्रमिकों की मनोस्थिति
सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों की मानसिक स्थिति जानने के लिए रेस्क्यू रोबोटिक्स सिस्टम की मदद ली जाएगी। सोमवार को लखनऊ से रेस्क्यू रोबोटिक्स वैज्ञानिक मिलिंद राज सिलक्यारा पहुंचे। उन्होंने बताया, इस तकनीक से 24 घंटे सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों की मानसिक स्थिति पर नजर रखी जा सकेगी।
07:41 AM, 28-Nov-2023
Uttarkashi Tunnel Rescue Live: श्रमिकों से महज पांच मीटर दूर रेस्क्यू टीम, जल्द मिल सकती है बड़ी सफलता
16 दिन से उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के चौतरफा अभियान में दुश्वारियां और उम्मीदें भी साथ-साथ चल रही हैं। 16वें दिन सुरंग के ऊपर तो काम चलता रहा, लेकिन भीतर ब्लेड निकलने के बावजूद मशीन का हेड फंसने से मैन्युअल खोदाई का काम लटका रहा। देर शाम हेड निकलते ही रैट माइनर्स सेना की मदद से मैन्युअल खोदाई में जुट गई। अब तक एक मीटर पाइप आगे बढ़ाया जा चुका है। ऑगर मशीन के फेल होने के बाद हाथ से खोदाई कराने का फैसला किया गया है।
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